हाई फ्रेंड्स मेरा नाम संजय है. मेरी उम्र २० साल है, मेरा लौड़ा ८ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा है. मैं कोलकाता के पॉश इलाके में रहता हूँ. मेरे घर के सामने एक बंगाली कपल रहते है. आंटी का नाम बबिता है, बबिता की उम्र ३२ साल होगी पर उसका पति काफी बूढा है. बबिता बहुत ही गोरी और सुन्दर है और उनका फिगर किसी हाई प्रोफाइल मॉडल की तरह है, ४० के बड़े बड़े दो चुच्चे, ३० की पतली कमर और ४० की बड़ी भारी चुत्तड़.वो हर मॉर्निंग बालकनी में ट्रेड मिल पर रनिंग करती है. टाइट कपड़ो पर उनकी बाहर निकली हुई चौड़ी गांड कयामत लगती है. जब वो दौड़ती है तो उनके बड़े बड़े संतरे उछलते है. मैं हमेशा उनको दौड़ते हुए देखता हूँ और मूठ मारता हूँ.एक दिन वो ग्रोसरी ले कर आ रही थी, तो उनके पास गया और सामान उठा लिया
मैं: आंटी दीजिये मैं सामान उठा लेता हूँबबिता: अरे संजय.. ओके.. पर तुम मुझे आंटी मत बोला करो.. तुम्हे क्या मैं बूढी लगती हूँमैं: नहीं आंटी, आप तो अभी जवान है और सेक्सी भीबबिता: ओह्ह्ह थैंक्स .. सो कॉल मी बबितामैं: ठीक है बबिता
आज बबिता ने ग्रीन कलर का ड्रेस पहना हुआ था, उनकी चूचियां का उभार पूरा दिख रहा था. और उनकी गदरायी चौड़ी गांड ड्रेस से पूरी चिपकी हुई थी. मैं सामान लेकर उनके पीछे घर पर चला गया. अंकल ऑफिस गए हुए थे सायद.
घर पहुंच कर बबिता सामान फ्रिज में रख रही थी और मैं उनके पीछे खड़ा देख रहा था.जब वो झुकती तो मुझे उनके भारी चुत्तड़ो के दर्शन हो जाते. मेरा लंड उसकी गांड को देखकर खड़ा हो गया.बबिता थोड़ा पीछे आयी तो उसकी गांड से मेरा लंड टच हो गया.
बबिता: अरे ये क्या है
मैं: ओह्ह्ह सॉरी बबिता जी…बबिता: उफ्फ्फ्फ़ संजय तेरा हथियार तो बहुत बड़ा हैमैं: सॉरी बबिता जी.. गलती से हो गया..बबिता: इस गलती की सजा मिलेगा.. संजय तुझे अपना हथियार दिखाना पड़ेगा
बबिता ने मेरी पैंट की जीप खोली और मेरा लंड बाहर निकाल लिया. मेरा मोटा लंड देखकर वो चौक गयी.
बबिता: उफ्फ्फ्फ़ संजय बहुत जालिम लंड है तेरामैं: बबिता जी .. आपकी गदरायी जवानी देखकर कर खड़ा हो गया हैबबिता: फिर सोच क्या रहा है.. आ ले ले मजा फिर मेरे बदन का
मैंने पीछे से बबिता को पकड़ा और चूचियों को मसलने लगा. मेरा लंड बबिता की भारी गांड का मजा ले रहा था.
मैं: उफ्फफ्फ्फ़ बबिता जी क्या संतरे है आपकेबबिता: ओह्ह्ह्हह … और दबा संजय
मैंने उनकी ड्रेस की चैन खोली और कपडे उतर दिए. अब वो मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी. मैंने बबिता को बिस्तर पर फेंक दिया और उनके बदन को चूमने लगा.. बड़ी बड़ी चूचियों को खूब दबाया… बबिता बहुत मॉन कर रही थी अह्ह्ह्हह्हह …. ओह्ह्ह्हह्हहअब मैंने उसकी बूर को चूमा. बबिता की बूर किसी कुंवारी लड़की की तरह चिकनी और खूबसूरत थी… उसका कण्ट्रोल अब खो चूका था… और वो चुदने के लिए मन्नते करने लगी…
बबिता: संजय चोद डालो मुझे… प्लीज ….अह्ह्ह्हह्हह… घुसा अपना मोटा लंड मेरी बूर मेंमैं: ओह्ह्ह्ह बबिता मेरी रंडी…. बहुत तड़पाया है तूने अपनी इन मोठे मोठे चुचो से.. आज साली तेरा बूर और गांड दोनों फाड़ूंगाबबिता: ओह्ह्ह्हह्ह .. संजय प्लीज चोदो मुझे…
मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और एक धक्का मारा. लंड बबिता की बूर को फाड़ता हुआ आधा घुस गया.. उसकी चूत अभी भी काफी टाइट थी… मैंने २-३ धक्को में पूरा लंड उतार दिया
बबिता: उईईईईई संजय… बहुत जालिम लंड है तेरा… मेरी बूर फट गयी…मैं: उफ्फफ्फ्फ़ बबिता मेरी जान … आज तेरी सारी चुदास शांत करता हूँबबिता: ओह्ह्ह्हह्ह .. अह्ह्ह्हह संजय प्लीज फ़क मी डिअरमैं: तो खा फिर मेरा लंड…
मैं तेजी से बबिता को चोदने लगा. उनकी हिलती हुई बड़ी बड़ी चूचियां मुझे और एक्साइट कर रही थी. मेरा लंड घाचा घच बबिता की बूर में जा रहा था और पूरा रूम उसकी आँहो से गूँज रहा था..
बबिता: ओह्ह्ह्हह … उउउउउ … ईईईई .. और तेज संजय…. ले ले मेरी गदरायी बदन का मजा… भोग मुझेमैं: उफ्फ्फ्फ़ बबिता … आज से तू मेरी रंडी हैबबिता: आआह्ह्ह्हह फ़क मी हर्डर बेबी… मैं तेरी रखैल बन कर रहेंगी.. बस चोदे जा मुझे
मैं उनकी चूचियों को दबा दबा कर चोद रहा था. काफी लम्बी चुदाई के बाद हम दोनों खल्लास हो गए..
मैं: बबिताजी कैसी रही चुदाईबबिता: ओह्ह्ह संजय… तुमने मुझे आज संतुस्ट कर दिया