हेलो एवेरिवन, ये मेरी पहली स्टोरी है, ये स्टोरी मेरे साथ हुई वास्तविक घटना पर आधारित है, सबसे पहले मैं आप सब को अपने बारे मे कुछ बता देता हू, मैं 24 साल का गुजराती लड़का हू, मैं 5’11” लंबा हू और रेग्युलर जिम जाता हू, अभी मैं अहमदाबाद मे रहता हू. सेक्स जोड़ी चुदाई की कहानी
ये कहानी मेरे और मेरी पड़ोस की आंटी रोहिणी के अफेर की शुरुआत कैसे हुई उस पर बेस्ड है, रोहिणी 39 साल की मॅरीड लेडी है, वो मेरे पड़ोस मे अपने दो बच्चे एक लड़का और लड़की, अपने हज़्बेंड, जेठानी और भतीजी, एंड ससुर के साथ रहती है.
उसका फिगर डीसेंट और अट्रॅक्टिव है, वो रंग से एकदम फेर तो नही बट उसका फेस बोहोत ही क्यूट है, उसकी लंबाई करीबन 5’2″ के आस पास होगी, उसके ब्रेस्ट की साइज़ भी 34सी या 34डी होगी, उसके चुचे काफ़ी बड़े है, उसका पेट हल्का सा बल्जिंग है और उसकी गॅंड काफ़ी फर्म है.
ये स्टोरी 5 साल पुरानी है, उस समय मैं कॉलेज के 2न्ड ईयर मे था, मैं अपने फ्री टाइम मे उनके घर पे काफ़ी टाइम स्पेंड करता था, रोहिणी के हज़्बेंड बंटी के साथ मेरे काफ़ी अच्छे रीलेशन थे, हम बंटी की अंकल और रोहिणी को आंटी बुलाते थे.
मेरे स्कूल के दीनो से ही मुझे उन पर क्रश था, मैं उसका क्लीवेज और उसकी गॅंड को कोई मुझे देख ना ले उस तरह से देखा करता था, वो जब सफाई करने के लिए झुकती थी तब उसके सलवार से क्लीवेज सॉफ दिखाई देता था, मैने अपने फोन मे उसके क्लीवेज और उसकी गॅंड की काफ़ी फोटोस निकाल रखी थी और उन्हे देखकर मैने काफ़ी बार मूठ मारी है.
अब सीधे स्टोरी पे आता हू, अंकल को काम के लिए कई बार बाहर जाना पड़ता है, और मोस्ट्ली उनकी ट्रेन रात को ही निकलती है, सो हर बार मैं उन्हे स्टेशन छोड़ने जाता था उन्ही की बाइक पे, ऐसेही एक बार मैं अंकल को छोड़कर बाइक वापिस उनके घर पे रखने जा रहा था, तब मैने सोच लिया था की आज रात तो कैसे भी कर के रोहिणी आंटी को चोद के रहूँगा.
जब मैने उन्हे बाइक की चाबी लौटाई तब उनसे पानी मागा, मैने सब कुछ प्लॅन कर के रखा था, करीब 3-3:15 बजे थे रात के उसके घर मे, वो अपनी हज़्बेंड और बच्चो के साथ हॉल मे सोती थी, उसका ससुर बेडरूम मे, और उसकी जेठानी अपनी बेटी के साथ दूसरे बेडरूम मे, सो किचन ही एसी जगह थी जहा पे मैं उसे अकेले मिल सकु.
जब वो किचन मे पानी लेने गयी तब मैं भी चुपके चुपके उसके पीछे किचन मे चला गया और बिना कोई आवाज़ करे किचन का दरवाज़ा बंद कर दिया और उसकी और मुड़ा, रोहिणी की पीठ मेरी और थी उसने हल्के ब्राउन कलर का सलवार कमीज़ पहना था, मैं चुपके से उसके पीछे गया और एकदम से उसके मूह को अपने राइट हॅंड से बंद कर दिया ताकि वो कोई आवाज़ ना निकाल सके.
फिर मैने उसके कन मे कहा की मुझे उसके साथ सेक्स करना है, मैं उसकी मर्ज़ी से या ज़बरदस्ती कैसे भी आज उसको चोदने वाला हू, तो अछा यही रहेगा की वो मेरा साथ दे और खुद भी मज़े ले. ये सुनकर वो घबरा गयी और झटपटाने लगी और अपने आप को छोड़ने की कोशिश करने लगी.
मैने उसका मूह ओर ज़ोर से पकड़ और मज़बूत की और उसे बोला की लास्ट चान्स दे रहा हू, अगर झटपटाना बंद नही करेगी तो ज़बरदस्ती करनी पड़ेगी मुझे, पर वो मानने को तैइय्यार ही नही थी.
फिर मैने अपने लेफ्ट हॅंड से उसके बूब्स मसलने लगा कमीज़ के उपर से ही, उसके बूब्स काफ़ी सॉफ्ट थे और बड़े भी, वो मुझसे छूटने की काफ़ी कोशिश कर रही थी पर कोई आवाज़ नही निकल पा रही थी और मैने धीरे से उसके सलवार के अंदर हाथ डाल दिया और उसके बूब्स दबाने लगा, उसने ब्रा नही पहनी थी.
अब उसने रोना शुरू कर दिया था, मेरे पास अब और कोई ऑप्षन भी नही था अगर मैं उसे ऐसेही छोड़ के चला जाता तो भी वो सब कुछ सबको बता देती, इसीलिए मैने सोचा की वैसे भी वाट तो लगने ही वाली है क्यू ना आछे से मज़े लेकर ही मारे.
फिर मैने अपने लेफ्ट हॅंड से उसके सलवार का नाडा खोला और निकाल दिया, ऐसा करते ही वो और घबरा गयी और मेरे लेफ्ट हॅंड को पकड़ने लगी, मैने बड़े मुश्किल से अपना हाथ छुड़वाया और उसकी पैंटीमे डाल के उसकी चुत में उंगली डाल दी, अब उसका पूरा बदन कापने लगा था, और थोड़ी ही देर मे मेरा लेफ्ट हॅंड गीला हो चुका था.
वो झड़ चुकी थी, और अब वो मुझसे छूटनेकी भी कोशिश नही कर रही थी, मैने धीरे से अपना हाथ उसके मूह से हटाया और उसको अपनी और टर्न किया, उसका फेस अपने दोनो हाथो से पकड़ कर उसके होट पर अपने होट रख दिए और रिप्लाइ मे उसने अपनी ज़ुबान मेरे मूह मे डालना शुरू कर दिया.
अब तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना ही नही था, मैने थोड़ी देर तक उसे किस करने के बाद उसके सारे कपड़े निकाल दिए, वो मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी, उसके बूब्स काफ़ी बड़े और भरे हुए थे.
मैने सीधा उन पर टूट पड़ा, एक के बाद एक उसके दोनो बूब को जी भर के चूस रहा था, थोड़ी देर बाद मैं भी पूरा नंगा हो गया, फिर कुर्सी पर बैठा और रोहिणी को अपनी गोद मे बिठाया, और फिर से उसके बूब्स चूसने लगा, उसके बूब्स से दूध निकल रहा था जो स्वाद मे हल्का सा मीठा और गाढ़ा था, जी भर के उसका दूध पीने के बाद मैने उसको किस किया फिर उसको मेरा लंड चूसने को बोला.
मेरा लंड करीबन 6 इंच लंबा था और डीसेंट चौड़ा वाला है, उसने पहले तो मना कर दिया पर थोड़ी देर बाद मान गयी, वो मेरे सामने घुटने पर बैठ गयी और मेरा लंड अपने मूह मे ले लिया वो सिर्फ़ लंड का टोपा ही चूस रही थी इस लिए मैने उसका सिर पकड़ के मैने पूरा लंड उसके गले तक पेल दिया, इसके कारण उसकी आँख भर आई और वो ख़ासने लगी, फिर मैने ज़बरदस्ती उसके मूह मे अपना पूरा लंड डाल दिया और उसके मूह को चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद वो इस से यूज़्ड तो हो गयी, अच्छे से उसके मूह को चोदने के बाद मैने उसको, डाइनिंग टेबल पर सुलाया, उसकी टाँग पकड़ के अपनी और खींचा और अपने कंधे पर उसकी टाँग रखी, फिर मैने अपना लंड उसके चुत पर रखा, उसकी चुत पर हल्के हल्के बाल थे और पूरी गीली हो चुकी थी उसकी चुत, मैने एक ही झटके मे अपना पूरा लंड उसकी चुत मे पेल दिया, इस से उसके मूह से हल्की सी आआह निकल गयी.
मैं ज़ोर ज़ोर से अपना लंड उसकी चुत के अंदर बाहर करने लगा, उसकी चुत के पानी से मेरा लंड गीला हो चुका था और हमारी चुदाई की पूछक पूछक और ठप ठप की आवाज़ से किचन गूँज रहा था, मुझे डर था की कोई जाग ना जाए पर नसीब अछा था की किसिको कुछ पता नही चला, मैने करीब चार पाँच मिनिट तक उसको उसी पोज़िशन मे चोदा.
फिर मैं वापिस कुर्सी पर बैठ गया और उसको अपनी गोद मे बिठाकर अपना लंड उसकी चुत मे डाल दिया, अब वो मेरी गोद मे मेरा लंड अपनी चुत मे लिए उछाल रही थी, और उसके बूब्स मेरी आँखो के सामने बाउन्स हो रहे थे, मैने फिर से उसके बूब्स चूसना शुरू कर दिया और उसने मेरे लंड पे उछालना जारी रखा.
थोड़ी देर बाद उसने बोला की वो अब थक गयी है, तो मैने उसके हाथ डाइनिंग टेबलपर रखे उसको झुकाकर पीछे से उसकी चुत मे अपना लंड डाल दिया, और उसको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा, उसको चोदते हुए मैने अपने लेफ्ट हॅंड का थंब उसकी गॅंड मे डाल दिया इससे वो एकदम चौक गयी और अपनी चुत को और टाइट कर दिया, मैने अपना थंब ऐसेही रख के उसको पेल ने की स्पीड और बढ़ा दी, अब मैं झड़ने वाला था.
बड़ी बेरहमी से उसकी चुत पेलने के बाद मे उसकी चुत मे ही झड़ गया, फिर उसने बिना अपनी चुत सॉफ करे ही कपड़े पहन लिए और मैने भी अपने कपड़े पहन लिए, फिर वो बिना कुछ बोले ही किचन से बाहर जाने लगी, तब मैने उसका हाथ पकड़ के अपने पास खिछा और फिर से कुर्सी पे बैठ कर अपनी गोद मे बिठाया, और उसको किस करने लगा.
थोड़ी देर किस करने के बाद मेरा लंड फिर से तन गया, तो मैने अपना लंड अपनी ट्रॅक पैंट से निकाला और उसको मूह मे लेने को बोला, वो बिना कुछ बोले ही नीचे घुटनो पर बैठ गयी और मैने उसके मूह को चोदना शुरू किया, फिर मैने उसको खड़ा किया उसका सलवार और पैंटी निकाली और डाइनिंग टेबल के सहारे फिर से डॉगी स्टाइल में पीछे से चोदने लगा.
करीबन 15-20 मीं तक ऐसेही चोदने के बाद उसको फिर से लंड चूसने को बोला, थोड़ी देर तक उसके मूह को चोदनेके बाद मैं झड़ने वाला था तब उसका सिर कस कर पकड़ा और उसके मूह में अपना सारा माल छोड़ दिया जो वो पी गयी, फिर से उसने कपड़े पहने और मैं भी वाहा से उसको एक आखरी किस देकर चला गया करीब सुबह के 5 बज रहे थे उस समय.
मुझे अपना फीडबॅक देने के लिए कृपया कहानी को ‘लाइक’ ज़रूर करे, ताकि कहानियों का ये दौर देसीकाहानी पर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.
उसी दिन से मेरा और रोहिणी का अफेर शुरू हो गया जो आज तक चल रहा है, मैने उसकी ही मदद से उसकी जेठानी और सोसाइटी की कुछ और आंटीस से भी काफ़ी बार चुदाई की.