हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अजय है और मेरी उम्र 27 साल है। दोस्तों यह मेरी दुसरी कहानी है और में पटना सिटी होऊ बेगलुर काम करता होऊ आब आंटी के बारे बतात होऊ आंटी नाम सुनता हैं उम्र 38 साल की है पर वो बहुत ही काली है और उसके बूब्स बहुत बड़े और टाइट है और गांड तो बहुत ही ज्यादा बाहर है और. उसका फिगर ३८ – ३२ – ४०. उसका पति टेक्स डरवर है उसके २ बच्चे है, आब में कहानी आता हूं एक दिन की बात है, जब मैं सविता आंटी के घर बाहर था, आंटी मेरे पास आई और बोल ने लगी मेरा एक हैल्प करा गए अजय में बोल क्या हैल्प आंटी जी ऑन्टी बोली बच्चे स्कूल फीस दान है २०.००० और बोली १ महीने वापस कर कर दूगी मै ने आंटी को दूसर दिन पैसा दे दिया ।
दकथा ते दकथा २ मयना हो गए आंटी ने पैसा नही दिया ,आंटी रोज बोल ति कल कल करते करते और १० दिन होगया, और आंटी एक दिन अपने घर में बुलया और बोल लगी प्ल्ज़ और 3 मयने टाइम देदो .में बोल ने लग क्या नही सुना है बस्स कल मेरा पैसा वापस कर दान. या बोल के में आपन ऑफिस को चला गया और साम के ५ बजे ऑफिस से वापस आया .आंटी मेर घर आई और बोल लगी मेरी हालत बहुत खरब है २ महीने से और बोल लगी बस 15 दिन का टाइम दो. मै आंटी हालत देकर हा बोल दिया. सोमवार दिन था अदा दिन ऑफिस काम कर घर आय २ बजे और सात २ बियर बॉटल लाया १ बोतल पी लिए और खाना बनाने लगा ,और १५ मिनट खाना बान गया और खाना खता खता सात मै बियर पीने लगा आब मेरा खाना हो गया था.और बियर खत्म होगई थी आब सोन लगा १० मिनट हो गया नींद नही आरी थी ३.३० बजे आब मेरे दिमाक आंटी आगई में आंटी के घर गया और .
बोल लगा जोर जोर बोल लगा मेरा पैसा वापस कर दो आज ,आंटी बोली ने लगी घर के अंदर आके बात करा प्ल्ज़, आब घर के आंदर गया और बोल लगा आज मेरा पैसा वापस कर दे , आंटी बोल ने लगी आपने दारू पिया है जादा लगर है, में बोल लगा नही , आंटी बोल लगी आब तुम मेरे घर सौज आप , आब मेरा सार दर्द होने लगा था , आंटी बोल लगी बेडरूम जाकर सो जाऊ आप, आब में बेडरूप मै जाकर सोने लग, ४,३० बजे सो के बेडरूम बार निकल आंटी नाहक बातरूम निकली और में तो पागल ही हो गया. और लन्ड ख़डा हो गए ‘आंटी मेर तरफ को दक ने लगि, आब तो मेरा मन बन गया था आंटी को चोदने का, आंटी बोल लगी आपने घर जाऊ आप बच्चे स्कूल आने टीम हो गया, में आपने घर जाकर सो गया उस दिन पुर रात आंटी याद आरी थी ,
आब रोज आंटी के नाम मुठ मरता था, आब १५ दिन हो गया आंटी उस दिन रात को आकर १५.००० दिया ,और बोल लगी ५ दिन बाकी पैसा दुगी, में आंटी बोल लगा ठीक है बुधवार का दिन में ऑफ़स नही गया उस दिन पूरा दिन घर था २.३० आंटी घर गया और ,आंटी बोली क्या काम है में बोल लगा आप से मिलने आया होऊ आंटी आंदर बुलाया और बोल लगी आप कॉफी पिता हो क्या मै नही बोल दिया, आंटी बोल लगी आज तुम ऑफ़स नही गया मै बोल लगा आप से कम था आंटी बोली क्या काम हैं बस मिलान था ,में आंटी बोल दिया आप बहुत खूबसूरत हो ,आंटी बोल लगी नही तो, आंटी आप से प्रेम हो गया हम को, आंटी हत किश कर दिया आंटी भक कर बड़रम मै चलगई, में बी बडरम चलगई,आंटी बोल लगी तुम आप अपने घर जाऊ , में आंटी को बोल लग तुम आज मेरा काम कर दो , आंटी बोली तुम गलत करे हो ,
में बोल लगा नही आंटी में किस नही बोली ग’ यबात ,आंटी बोल लगी मेरा पति को मालूम हो गए आप को मार दगा, में बोल लग आप पति को मालूम होग जब तो, आब आंटी और मै हम कुछ देर किस करते रहे. और जबान लडाते रहे. अब में आंटी के बूब्स को अपने दोनों हाथो से जोर जोर से मसल ने लगा. आंटी भी सिस्कारिया भरने लगी. आआआआ स्सस्सस्स ऊउह्ह्ह्ह हाहाहा आआआआ…. और जोर से दबा, मेने आंटी की ब्रा खोल दी. और उनके दोनों बूब्स बहार आ गये. में भूखे जानवर की तरह उन पर टूट पड़ा. आंटी को भी मजा आ रहा था. वो आहे भर रही थी. आब वो मेरे लंड को सहलाने लगी , कुछ देर बूब्स चूसने के बाद मेने उनकी पेंटी उतार दी. उन्हों ने शेव नही की थी. और चूत उपर उठी हुई थी. मेने उस पर अपना हाथ रखा तो पूरी हथेली चूत के अंदर समा गई. फिर मेने उनको बिस्तर पर लेटा दिया,
और उनकी चूत पर अपनी जबान फिराने लगा. आंटी जोश में आ गई. में भी मदहोश होकर उनकी चूत चाटने लगा. मेने अपनी जीभ उनकी चूत के छेद में घुसाई. जिस से आंटी कसमसा गई, कुछ देर बाद आंटी मेरे बाल पकड़ कर चूत पर दबाने लगी. और आआआआ ऊऊऊ ऊऊऊईईईं आआआआ हाहाहा ह्ह्ह्हह मजा आ रहा है, और जोर से चूस, आज तक मेरी चूत को इतनी अच्छी चुसाई किसी ने नहीं की हे, आज तो तूने मुझे जन्नत दिखा दी. आज तक मेने ऐसी चुसाई नहीं की हे. में उसे बहोत जोर जोर से चूस रहा था और उसके एकदम अंदर तक मेरी जीभ डाल कर अंदर तक चूस रहा था और आंटी अब अहह फह हहह फह अह्ह्ह कर रही थी और वह बहोत गरम हो गयी थी और उसकी चूत तो एक आग की तरह तड़प रही थी और में उसे अपने मुह से चोद रहा था.
थोड़ी देर में आंटी का शरीर अकडने लगा और आंटी जड गई और उसने सारा पानी मेरे मुह में ही डाल दिया था.. आंटी का सारा पानी अपने मुह में भर लिया.आब आंटी ने मेरी पेंट निकाल दी, और मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगी. जिस से वो और टाइट हो गया. और वो गपा गप अपने मुह उस पर चलाने लगी. मेरा लंड उनके गले तक जा रहा था. और में भी उनके बाल पकड़ कर अपने लंड डाल रहा था.. थोड़ी ही देर में आंटी बोल लगी, ‘अब डाल दो…अजय.. अब नहीं रुका जाता… जल्दी से… फाड़ दो मेरी . चूत .!’ आंटी फुल गरम हो चुकी थीं। मैं उनकी टांगों की बीच में आ गया और अपना गुलाबी लन्ड उनकी चूत पर टिका कर जोर लगाने लगा। लेकिन उनकी मोटी सी चूत में मेरा मोटा लंड घुस गया सपसे अंदर घुस गया। अब मैं अपना लंड उनकी चूत की दरार पर ऊपर से नीचे डाल लगा…
जिससे पूरा लंड चूत के पानी में भीग कर चिकना हो गया। उनकी चूत के मुहाने को उँगलियों से फैलाया और लन्ड फंसा दिया। फिर उनकी कमर पकड़ के एक जोरदार जोरदार झटका मारा…लगा आब पूरा लंड चूत घुस गया था , आब चूत से फचाक फचाक फचाक आवज चूत आने लगा था ,और आंटी । के मुँह से चीख सी निकल सिसकारियाँ… उह्ह…आह्ह की आवाज निकल रही थी..आब लंड गीला होने के बाद आसानी से अंदर चला जार था फिर धीरे-धीरे आंटी के चूत अंदर जरा तह आब आंटी मेरे लन्ड के ऊपर के बैठ गई और उसका पूरा लंड आंटी की चूत के अंदर चला गया। अब उसके मुँह से आहें निकल रही थी और अब आंटी मेरे लन्ड के ऊपर उछलने लगी साथ हमारी चीखें तेज हो रही थी।।
कुछ ही देर में आंटी की चूत फव्वारा स्पद रंग पानी आर था ,,अब ३० मिनट की चुदाई के बाद मुझे महसूस हुआ कि मैं अब झड़ने वाला हूँ तो मैंने लंबे-लंबे धक्के मरने शुरू कर दिया। अब आंटी मुँह से तेज सिसकारियाँ निकलने लगी… आब आंटी की चूत और टाइट हो गई… इसी समय मैंने लंड पूरा बाहर खींच के एक लंबा धक्का मारा। मेरे लंड ने आंटी की चूत की गहराई में जाकर पिचकारी छोड़ दी थी ,कैसी लगी सेक्स स्टोरी