हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अंजलि है और मेरी उमर 19 साल है, मैं पेहोवा की रहने वाली हू और बीसीए फाइनल ईयर की स्टूडेंट हू, दोस्तो आज मैं जो सेक्स स्टोरीस आप सबके सामने रखने जा रही हू वो मेरी एक सच्ची कहानी है.
इस समय मैं आप लोगो के लिए अपने बाय्फ्रेंड के साथ की गई मस्ती की रोमॅंटिक कहानी लेकर आई हू, सला बहुत हरामी टाइप का लड़का था और मैं शरीफ घर की लड़की हू, मैं बहुत शर्मीली थी तब लेकिन अब उसने मेरी चुदाई करके मुझे बहुत फ्रॅंक नेचर वाली लड़की बना दिया था, अब मैं सबसे अपनी बाते शेर करती हू मेरे काफ़ी फ्रेंड्स है.
ये कहानी लग भग 2 साल पहले की है, मेरे बूब्स 34 के है और गॅंड 38 की, इससे पहले एक बार जब मैं स्कूल मे थी तब मुझे किसी ने परपोस किया था चुदाई के लिए पर मैने इनकार कर दिया मुझे लगा मैने ग़लती कर दी तो मैं उस लड़के के घर गयी.
वो घर पर अकेला ही था और लोवर मे घूम रहा था, उसने जैसे ही दरवाज़ा खोला तो मुझे देख कर उसका लंड एकदम टाइट खड़ा हो गया जैसे अभी लोवर फाड़ के बाहर निकल आएगा, उसने मुझे अंदर बुलाया और सोफे पर बिठा दिया.
मेरा ध्यान बार बार उसके लंड की तरफ जा रहा था उसने पूछा क्या देख रही हो, मैं घबरा गई और बोली कुछ नही, उसने कहा मुझे पता है की तुम क्या देख रही हो, उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया, मैं उसका लंड लोवर मे से ही दबा रही थी, मुझे मजा आने लगा मैने कहा बेड रूम मे चलते है, तो उसने मुझे गोदी मे उठाया और बेड पे लेटा दिया.
इतने मे उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मेरे उपर आके लेट गया, मेरे होठों को वो ऐसे चूस रहा था जैसे वेनिला आइस्क्रीम, इससे पहले मैने किसी से अपनी चुत नही चुदवाइ, और ना ही मैने कभी इसके बारे मे सोचा था.
तो उसने ज़्यादा समय ना लगाते हुए मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे नंगी कर दिया, उसने अपना लंड मेरी चुत पर रखा और इधर उधर घुमाने लगा, मैं झड़ चुकी थी उसने मेरा सारा माल चाट कर सॉफ कर दिया.
मैने बोला अब और ना सता और घुसा दे अपना लंड मेरी चुत मे, उसका लंड करीब 7 इंच का होगा, और उसने एक ही झटके मे अपना सारा लंड मेरी चुत मे उतार दिया.
मेरी तो जैसे जान ही चली गयी हो, मैं चीलाई तो उसने मेरे होठों को अपने होठों मे दबा लिया, मैने उसके होट पर काट लिया तो वो मेरी चुदाई ज़ोर से करने लगा, मैं सिसकिया भर रही थी.
पर वो नही रुका, मेरी चुत कमाल की है उसने ऐसा कहा, और मेरे बूब्स चूसने लगा, फिर 30 मिनिट बाद मैं झड़ चुकी थी तो मैने कहा प्लीज़ अब छोड़ दो और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और मेरे मूह मे डाल दिया मैं उसका लंड चूसने लगी, 5 मिनिट तक मैने उसका लंड चूसा फिर हमने कपड़े पहन लिए और मैं वहाँ से चली गयी.
फिर एक दो साल ऐसे ही निकल गये हम कभी नही मिले तो एक बार मैं कंप्यूटर कोचैंग के लिए एक सेंटर पे जाने लगी जहाँ पे मैं एक लड़के पे मर मिटी.
उसका नाम धीरज था, मेरा सीनियर था एज मे भी एक साल बड़ा, पहले मैं ये बताना चाहुगी की धीरज ने मुझे कैसे प्रपोस किया, हुआ यू की मैं उसके अंकल के कोचैंग सेंटर मे कोचैंग ले रही थी तो धीरज ने मुझमे पता नही क्या देखा वो मेरे साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय बिताने का बहाना ढूँडने लगा.
फिर धीरे धीरे मैं भी उसे पसंद करने लगी और फिर हमारी दोस्ती हुई, तो उसने एक दिन मुझसे पूछा की तुम्हारा कोई बाय्फ्रेंड है मैने मना कर दिया.
तो उसने कहा मैं तुम्हे पसंद करता हू और मेरा हाथ अपने हाथ मे पकड़ लिया, और कहने लगा क्या तुम मेरी पार्ट्नर बनोंगी तो मैने हा कर दी, इस तरह हमारी दोस्ती प्यार मे बदल गई, एक दिन हम कोचैंग सेंटर पर अकेले थे तो उसने मुझे पीछे से पकड़ा और किस करने लगा.
मैं शॉक हो गयी और साइड पे जा कर खड़ी हो गयी और बोली की ये ग़लत है, धीरज ने कहा कुछ ग़लत नही है प्यार मे इतना सब तो होता ही है, तो मैने कहा की अगर कुछ उल्टा सीधा हो गया वो बोला ऐसे कुछ नही होता, मैने उसके मजे लेने के लिए पूछा की तो वो कैसे होता है,
उसने मुझे अपनी तरफ खिच कर मेरे होठों को चूसने लगा, और एक हाथ से मेरे बूब्स दबाने लगा, तभी वाहा पर कोई आ गया और हमने एक दूसरे को छोड़ दिया, तो घर जा कर मेरे दिमाग़ मे सेक्स की बाते आने लगी मुझे एक बार तो अपनी चुत चुदवानि ही है तो अगले दिन हम फिर से मिले.
तो उसने सेंटर को अंदर से लॉक कर दिया और उसने कहा की आज कंटिन्यू करे तो मैने उसे जादू की झप्पी दी और लीप किस करने लगी, उसने फिर अपना एक हाथ मेरे बूब्स पर रखा और एक हाथ को मेरी चुत पर घुमा रहा था, तभी उसने मुझे एक बेंच पर लेटाया और मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
मैने ब्लॅक कलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी, फिर वो मेरे बूब्स को चूसने लगा जैसे वो कई सालो से इसी पल का इंतज़ार कर रहा हो, और एक हाथ मेरी चुत पर फिरा रहा था, मैने कहा ऐसे मत तडपा, तो वो मेरी चुत मे उंगली डाल कर अंदर बाहर करने लगा, मुझे भी मजा आने लगा और सिसकिया भरने लगी आअहह उऊहह आअहह.