पड़ोसी की बेटी की चुदाई

हैल्लो दोस्तों, कैसे हो आप सब? में इस साईट का रेग्युलर रीडर हूँ, मेरा नाम गणेश है और में थाने मुंबई का रहने वाला हूँ, हाईट 5 फुट 10 इंच, स्लिम फिट बॉडी, लंड साईज 6 इंच और मेरी उम्र 23 साल है, में स्टॉक ब्रोकर एजेंट हूँ। दोस्तों यह स्टोरी एक साल पुरानी होगी, जब मेरे 12वीं क्लास के एग्जॉम को 1 महिना बाकी था। हमारे घर के बगल में एक फेमिली रहती थी, लेकिन उन्होंने कुछ महीने पहले ही अपना रूम शिफ्ट किया था। उनके एक बेटी श्वेता और लड़का अमोल था। अमोल 9वीं क्लास में था और श्वेता 12वीं क्लास में थी। अब 12वी के एग्जॉम के 2 महीने पहले अंकल ने मुझे श्वेता को अकाउंट पढ़ाने के लिए कहा तो मैंने उस काम के लिए उन्हें हाँ कर थी, मुझे
अब में श्वेता को रोजाना अकाउंट पढ़ाने जाता था, उसकी एक फ्रेंड थी अश्विनी और वो भी वहाँ पर पढ़ने आती थी। वो दोनों काफ़ी अच्छी लड़कियां थी, लेकिन मेरे मन में उन दोनों के लिए कोई गलत सोच नहीं थी। अब वो दोनों खूब जी लगाकर पढ़ रही थी, जो में उनको पढ़ाता था वो लोग झट से याद कर लेते थे, उन दोनों ने काफ़ी हद तक अपनी कवर कर लिया था। अब एग्जॉम को सिर्फ़ एक महीना बाकी और बाद में अश्विनी का आना बंद हो गया, उसके घरवालों ने उस पर रोक डाल दी थी, लेकिन मैंने श्वेता को पढ़ाना जारी रखा। अब एग्जॉम के 1 महीने पहले श्वेता की नानी का स्वर्गवास हो गया और वो सब लोग अपने गावं चले गये। मुझे यह बात श्वेता ने कॉल करके बता दी थी अब हमारी पढाई बंद हो चुकी थी।
फिर कुछ 2 दिन के बाद मुझे श्वेता का कॉल आया और कहा कि में घर आ चुकी हूँ तुम मुझे पढ़ाने शाम को मेरे घर आ जाना, तो मैंने हाँ कहा और फोन रख दिया। फिर में उस दिन उसके घर गया और डोर बेल बजाई तो सामने श्वेता थी और घर में कोई नहीं था। फिर मैंने उससे पूछा कि अंकल और आंटी कहाँ है? तब उसने कहा कि मम्मी पापा 10 से 12 दिनों के लिए गावं में ही है और मुझसे कहा कि पापा ने कॉल करने को कहा है। फिर मैंने अपने मोबाईल से अंकल को कॉल किया, तो अंकल बोले कि हम लोग 12 दिन तक नहीं आ सकते तो तुम श्वेता को पढ़ा कर अपने घर ले जाना और खाना खिला देना, वैसे उनकी और हमारी फेमिली के बहुत अच्छे रिलेशन थे, तो मैंने हाँ कहकर कॉल काट दिया।
अब में उनके हॉल में बैठा था, तभी मुझे श्वेता ने अपने बेडरूम में बुलाया और अब हम लोग रोजाना बेडरूम में ही पढाई करते थे। अब 2 दिन हो गये थे। फिर में तीसरे दिन जब श्वेता के घर गया और डोर बेल बजाई और श्वेता ने डोर ओपन किया तो ओह माई गॉड वो क्या लग रही थी? अब में अंदर गया और उससे कहा कि श्वेता तुम आज बहुत कमाल की लग रही हो। उसने पर्पल कलर का टॉप और ब्लेक कलर की टाईट शॉर्ट पहनी थी। दोस्तों मैंने अभी तक श्वेता का पूरी तरह से आपके सामने परिचय नहीं किया है। दोस्तों श्वेता दिखने में एकदम हरी भरी थी, रंग गोरा, साईज़ 38-30-38 की होगी। दोस्तों मेरे मन में आज तक श्वेता के लिए कुछ नहीं था, लेकिन आज जो उसने अपना रूप दिखाया तो में उसका दीवाना हो गया था।
अब उस दिन हम पढ़ रहे थे, लेकिन मेरा ध्यान अक्सर उसके बूब्स पर जा रहा था, कितनी भी कोशिश करके में अपने आपको कंट्रोल नहीं कर पा रहा था। फिर मैंने तुरंत पढ़ाई बंद कर दी और श्वेता से बातचीत करने लगा। तभी मैंने उससे कहा कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? तो पहले तो उसने ना कहा, लेकिन मैंने उससे सच निकाल लिया, तो वो बोली हाँ एक लड़का है। तभी मैंने उसे सेक्स की तरफ खींच लिया, मगर अभी तक उनमें कुछ नहीं हुआ था सिर्फ़ किसिंग हुई थी और वो भी सिर्फ़ सिनेमा हॉल में ही। फिर मुझे हँसी आ गयी, लेकिन मेरा पूरा ध्यान उसके बूब्स पर ही था। अब पढ़ाई करते वक़्त मैंने उसकी क्लेवेज भी देख ली थी, क्या क्लेवेज थी उसकी? बाप रे बूब्स तो कमाल के थे। अब में सोच रहा था कि इसका बॉयफ्रेंड तो बहुत ही लकी होगा, अब इतने में मेरा लंड टाईट हो गया था और जो उसने भी नोटीस कर लिया था, अब उस दिन तो ज़्यादा कुछ नहीं हुआ।
फिर अगले दिन में उसके घर गया और अब श्वेता ने कल के जैसे ही कपड़े पहने हुए थे। अब में थोड़ा समझ गया था कि मुझे ग्रीन सिग्नल मिल रहा है, लेकिन डर भी लग रहा था कि कहीं कुछ ग़लत ना हो जाए। फिर कुछ 20 मिनट के बाद में लगातार श्वेता के बूब्स को देख रहा था और मुझे अपना ध्यान भी नहीं था। तभी अचानक श्वेता हंस पड़ी और में ऐसे बर्ताव करने लगा कि जैसे मैंने कुछ किया ही नहीं। अब श्वेता उठकर किचन में गयी और हमारे लिए जूस लेकर आई, लेकिन आते समय उसका पैर उसके पैर में अटक गया और पूरा जूस मेरे ऊपर गिर गया। फिर मैंने जाकर उसे उठा लिया और सोफे पर बैठा दिया। अब वो मुझे सॉरी कहने लगी और बार-बार सॉरी कहने लगी। फिर उसने अपने ही रुमाल से मेरा मुँह साफ करना चालू किया, उूउउफफफफफफ्फ़ यारो उसकी बॉडी की क्या स्मेल थी? आज तक श्वेता मेरे इतने करीब कभी नहीं आई थी, अब हम दोनों सोफे पर बैठे थे और वो मेरा मुँह साफ़ कर रही थी।
अब उसकी गर्म-गर्म साँसे मेरे चेहरे पर आ रही थी, तो अब मुझसे रहा नहीं गया और फिर मैंने झट से मेरा हाथ उसकी कमर पर रख दिया और उसे अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया। अब उसके बूब्स मेरी छाती को टच कर रहे थे, लेकिन श्वेता मुझसे दूर होना चाहती थी। फिर मैंने झट से उसके गालों पर किस कर लिया और उसने कहा कि ये तुम क्या कर रहे हो? तो मैंने कुछ नहीं कहा और उसे जाने दिया। अब में साफ़ होकर वापस उसको पढ़ाने लगा और बीच में उससे कहा कि जो तुम्हारे बॉयफ्रेंड ने अभी तक नहीं दिया है वो में दे सकता हूँ। फिर उसने मुझे इग्नोर किया और मैंने झट से उसका हाथ पकड़ लिया, अब वो मना कर रही थी और प्लीज प्लीज बोल रही थी। फिर मैंने कहा ठीक है। फिर उस दिन रात को श्वेता का मैसेज आया कि..
श्वेता – गणेश अब तक मुझे किसी ने किस नहीं किया था, तुम पहले लड़के हो जिसने मुझे किस किया है, अब मुझे नींद नहीं आ रही है में क्या करूँ?
तो तब मैंने उसे रिप्लाई किया।
में – तुम झूठ कह रही हो, तुमने ही तो मुझे कहा था कि तुम्हारा बॉयफ्रेंड सिनेमा हॉल में किस करता है।
श्वेता – वो मैंने तुमसे झूठ कहा था कि तुम मुझ पर हंस ना पड़ो इसलिए।
में – हाँ ठीक है, में अभी सो रहा हूँ, हम कल बात करते है और में तेरे घर जल्दी आ जाऊंगा, बाय, गुड नाईट।
फिर अगले दिन में उसके घर शाम के 4 बजे ही गया तो वो सो रही थी और नींद में थी। फिर जब उसने अपना डोर ओपन किया तो उसने मुझे अपने बेडरूम में बुलाया तो में अंदर चला गया। अब वो बेड पर बैठी थी और मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रख दिया और उसके और नज़दीक आ गया। अब शायद दोनों तरफ आग लगी हुई थी। फिर मैंने उसे गालों पर किस किया, लेकिन इस बार श्वेता ने कुछ भी नहीं कहा। अब में उसे गालों पर किस करते करते उसके कोमल होंठो तक पहुँच गया, क्या सॉफ्ट होंठ थे उसके? फिर मैंने एक लम्बी किस ली। अब श्वेता भी गर्म हो चुकी थी और अब वो भी मुझे रेस्पोन्स दे रही थी। अब हमने करीब 10 मिनट तक किसिंग की, जब श्वेता ने सिल्क पिंक कलर की गाऊन पहनी थी और उस पर उसके बूब्स क्या गजब ढा रहे थे?
अब में अपना एक हाथ उसके बूब्स रखकर बूब्स मसाज देने लगा, अब में ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स दबा रहा था, तो उसने कहा कि जरा आराम से करो, मुझे दर्द हो रहा है। अब यह सुनकर मेरा लंड 6 इंच फुल तन गया था। अब में बेड पर सो गया और मैंने अपनी टी-शर्ट निकाल दी। अब वो मेरी छाती पर किस कर रही थी, अब वो मेरे ऊपर थी। अब में अपने दोनों हाथों से उसकी सिल्क गाऊन धीरे-धीरे ऊपर खींच रहा था। तो अब उसकी गाऊन उसके पैर पर से सरकती-सरकती ऊपर आ रही थी। अब उसके टच ने उसे और भी मदहोश बना दिया था। फिर मैंने उसकी गाऊन कूल्हों तक ऊपर की, तो उसने ऊपर तक अपनी गाऊन ओढ़ ली और अब में उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसके स्पंची कूल्हों पर हाथ घुमाने लगा, क्या टच था? अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। दोस्तों ये कहानी आप गंदीकहानियाँ डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मैंने उसकी पेंटी के कट से अपने दोनों हाथों को अंदर डाल दिया और पेंटी को नीचे खींच दिया तो उससे श्वेता और भी गर्म हो गयी और वो मुझे काटने लगी। अब उसके मुँह से सिसकारियां चालू हुई आआआअ आाईईईईईई ईईईईईईईईया आआआआआअ आआअहह आआहह। फिर मैंने उसे उठा लिया और बेड पर बैठने को कहा। फिर मैंने उसकी गाउन निकाल दी उूउउफफफफफ्फ़ क्या कमाल की लग रही थी यारो? उसकी ब्रा तो बहुत ही सेक्सी थी वाईट कलर की और पेंटी भी कमाल की थी। अब मैंने भी अपनी जीन्स निकाल दी और उसके सामने अपनी अंडरवेयर में ही बैठ गया। अब उसमें से मेरा लंड सलाम कर रहा था और बाहर आने को मचल रहा था, अब में अभी बेड पर दीवार के सहारे बैठ गया और उसे मेरे ऊपर बैठा लिया। अब मेरी छाती पर श्वेता की पीठ थी तो में उसे उसके कंधे पर किस करने लगा। फिर मैंने उसकी गर्दन पर 3 से 4 किस दे दिए।
अब मैंने मेरे दोनों हाथ उसकी ब्रा में डाल दिए और उसको बूब्स मसाज देने लगा। उसके बूब्स थोड़े बड़े थे तो वो मेरे एक हाथ में पूरे नहीं समा रहे थे, लेकिन एकदम फ्रेश थे। अब बूब्स दबाते समय उसके मुँह से सिसकारी निकलनी चालू थी, आआहह आआअहह आआआअ। अब मैंने उसकी ब्रा के हुक को खोल दिया, तो जैसे ही मैंने उसकी ब्रा को निकाला तो उसके बूब्स बाहर उछल पड़े, क्या लग रहे थे? फिर मैंने उसे थोड़ा टेड़ा करके राईट वाला बूब्स अपने मुँह में ले लिया और अब में लेफ्ट वाला बूब्स हाथ से दबा रहा था। अब उसकी मौन चालू थी, अब उसकी मौन मुझे उत्तेजित कर रही थी और अब श्वेता की साँसे भी तेज़ होती जा रही थी। इस दौरान मैंने मेरा हाथ उसकी पेंटी में डाल दिया उउउफ़फ्फ़ क्या मजा आया? उसकी चूत पूरी गीली थी। अब में समझ गया कि वो झड़ चुकी थी, अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, अब में उसकी चूत में अपनी उंगली डालकर उंगली अन्दर बाहर करने लगा और बाद में उसके पानी का स्वाद चाटा तो उसका स्वाद मस्त था।
अब में आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था तो मैंने झट से उसकी पेंटी भी निकाल दी, उसकी चूत मस्त थी और एकदम गुलाबी थी। फिर में अपनी उंगली से उसकी चूत के दाने से खेलने लगा, एकदम मस्त चूत थी वो। फिर मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली डालकर खुजलाना चालू किया और उससे वो पूरी तरह पागल हो गयी और कह रही थी गणेश प्लीज जल्दी करना, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है। इस दौरान उसने मेरी पीठ पर अपने नाख़ून चुभा दिए थे और अब में झट से उसकी चूत चाटने लगा तो जैसे ही मैंने उसकी चूत को अपने मुँह से टच किया तो वो उछल पड़ी। फिर मैंने अपनी जुबान को उसकी चूत में और अन्दर डालने की कोशिश की, लेकिन मुझे जल्दी नहीं थी। इसी समय श्वेता ने पानी छोड़ दिया। फिर मैंने उसकी चूत का पूरा पानी पी लिया, मस्त स्वाद था उसका।
अब मैंने उसको अपना लंड चूसने को कहा तो उसने मेरी अंडरवियर नीचे की और मेरे फुल कड़क लंड को अपने कोमल हाथों में पकड़ लिया। फिर उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया तो अब श्वेता ठीक तरह से नहीं चूस पा रही थी। फिर मैंने उसे बताया कि वो सिर्फ़ अपने होंठो के सहारे सक करे ना कि दांतों से। फिर वो समझ गयी और बराबर सक करने लगी। अब 10 मिनट के बाद में झड़ने वाला था, लेकिन मैंने जानबूझ कर मेरा पानी उसके मुँह में ही छोड़ दिया। फिर उसने मेरा थोड़ा सा पानी पी लिया, शायद उसे ये सब पसंद नहीं था, लेकिन मैंने उसे समझाया कि शुरू में ऐसे ही होता है, तुम एक दो बार और करोगी तो तुम्हें बहुत पसंद आ जायेगा। फिर हम 69 पोजिशन में आ गये। अब में नीचे था और वो मेरे ऊपर थी, अब में उसकी चूत को फुल स्पीड से चूस रहा था और वो भी अब अच्छी तरह से सक कर रही थी।
अब उसकी चूत चूसते वक्त उसके बूब्स नीचे लटक रहे थे तो में उनको अपने हाथों में लेकर सॉफ्ट मसाज देने लगा। अब में धीरे-धीरे उसके निप्पल को अपनी उँगलियों से खींचने लगा और अब में ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स दबाने लगा था। फिर कुछ देर के बाद में झड़ गया और उसने मेरा पूरा पानी चूस-चूसकर पी लिया। इस दौरान श्वेता भी दो बार झड़ चुकी थी तो मैंने भी उसका पानी पी लिया था, उसका नया- नया पानी था और वो पहली बार इस दुनिया में आया था तो उसका पानी जैसे ही बाहर आया तो वो मैंने पी लिया था। अब हम बेड पर ऐसे ही 69 पोजिशन में पड़े थे और अब हम दोनों थक गये थे। फिर मैंने श्वेता से चूसने को कहा तो 5 मिनट के बाद उसने सक करना चालू किया और मेरा लंड फिर से सलाम करने लगा। अब श्वेता भी मेरा लंड चूसती जा रही थी। फिर मैंने सोचा कि श्वेता को चोदने का यही सही टाईम है। फिर मैंने श्वेता को उठाया और बेड पर मेरे नीचे सुला दिया। अब में उसके ऊपर चढ़ गया था, अब श्वेता अपने हाथ फैलाकर लेटी हुई थी।
अब मैंने उसके दोनों हाथों को कसकर पकड़कर किस करना चालू किया, कभी उसके गालों पर तो कभी उसके होंठो पर तो कभी उसकी गर्दन पर बहुत सारे किस किए। अब मैंने कई सारे लव बाईट भी दे दिए। अब में उसके बूब्स चूस रहा था और अब मैंने उसके दोनों बूब्स पर निप्पल के बाजू में एक लव बाईट का सर्कल बना दिया था। अब श्वेता से सहा नहीं जा रहा था और अब वो पागल हो रही थी, तो उसने मुझे टाईट हग किया और कहने लगी कि फक मी डार्लिंग। अब में उसे चोदने के लिए बिल्कुल तैयार था, अब मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और धक्का दिया, लेकिन वो वहाँ से फिसल गया। श्वेता ने फिर से मेरा लंड पकड़ लिया तो उसी टाईम मुझे फिर एक बार करंट लग गया। दोस्तों उसके हाथो का टच कुछ अलग ही था। अब उसने मेरा लंड पकड़कर चूत के ऊपर रख दिया और आँख मार कर सर हिला दिया।
अब मैंने धीरे-धीरे धक्का देना शुरू किया तो अब मेरे लंड का टोपा अंदर जा चुका था। अब श्वेता को दर्द हो रहा था, लेकिन अब तक मेरा पूरा लंड अंदर नहीं गया था। मैंने कंडोम नहीं लिया था, इसलिए मैंने अपना लंड श्वेता के मुँह में डालकर चूसने को कहा तो उसने चूसते समय मेरा लंड गीला कर दिया। अब मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रख दिया और फिर एक बार धक्का दे दिया। अब मेरा आधा लंड अंदर जा चुका था, लेकिन यहाँ श्वेता का बहुत बुरा हाल था, क्योंकि उसकी चूत बहुत ही टाईट थी, उसकी चूत अभी तक सील पैक थी। फिर मैंने एक बार और धक्का दे दिया और अब इस बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया। फिर श्वेता ज़ोर से चिल्लाई तो मैंने झट से उसके मुँह पर हाथ रख दिया और अब वो रो पड़ी थी। फिर में थोड़ी देर रुक गया और अब उसका दर्द कम हुआ और में वापस चल पड़ा।
अब में आगे पीछे होने लगा था और मैंने धीरे-धीरे अपनी स्पीड तेज कर ली थी। इस बार श्वेता मेरे लंड को अंदर लेकर बहुत मजे लेने लगी थी। अब मैंने उसे बेड पर करीब 10 मिनट तक चोदा और इस दौरान उसकी सिसकारियां मुझे पागल कर रही थी, आआआआ आआईयईईईई। अब मैंने उसे डॉगी स्टाईल में आने को कहा। फिर मैंने उसके बूब्स पकड़ लिए और में उसे डॉगी स्टाईल में चोदने लगा, करीब 15 मिनट तक चोदने के बाद में अंदर ही झड़ गया और हम दोनों टाईट हग करके करीब 20 मिनट तक नंगे ही बेड पर लेट गये। फिर मैंने श्वेता को बता दिया कि मैंने अपना पानी अंदर ही छोड़ दिया है तो वो डर गयी। फिर मैंने उससे कहा कि कल सुबह आई-पिल ले लेना, तो वो मान गयी। अब हम दोनों वापस बेड पर बैठ गये और शॉवर लेकर फ्रेश होकर खाना खाने मेरे घर चले गये। अब खाना ख़ाकर फिर मैंने श्वेता को रोज की तरह उसके घर छोड़ दिया और फिर मैंने वहाँ से मेरे घर कॉल किया और कहा कि में मेरे दोस्त के पास सोने जा रहा हूँ, लेकिन मैंने घरवालों से झूठ कहकर उस रात श्वेता की जमकर चुदाई की और पूरी रात हमने 6 बार चुदाई की ।।



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