हवस की प्यासी आंजेलिका की कामुकता

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आज का ही किस्सा है, मैं एक एमएंसी मे नौकरी करती हू और साथ ही मे कुछ बच्चो को अपने घर मे ट्यूशन पढ़ाती हू, मेरा एक भोला भाला स्टूडेंट है साहिल जो क्लास 12थ मे पढ़ता है, हालाकी इस से पहले मैने कभी ऐसा नही सोचा उसके लिए,, लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ जो मेरी सोच से परे था.
मैं नहा के बाहर आई, पर्पल स्पोर्ट्स ब्रा पहनी हुई थी,उसके उपर एक स्वेटशर्ट ज़िप वाली, और नीचे कछि नही पहनी सिर्फ़ पैजामा, आज मैं छुट्टी पर थी और मेरी चूत बोहत तिलमिला रही थी की सुबह से मैं बस देसी चुदाई वीडियोस देखे जा रही थी, मेरी हवस की भूख का कोई ठिकाना नही था, मैं चूत सहला रही थी की इतने मे बेल बजी और साहिल आया.
आज उसको रिप्रोडक्षन चॅप्टर पढ़ाना था साइन्स का, एक तो मेरी चूत गरम हुए मुझे बहाल कर रही थी उपर से मुझे पढ़ना भी चुदाई का ज्ञान था साइन्स के चॅप्टर मे, जैसे ही चॅप्टर खोला उसमे लंड की फोटो का डाइयग्रॅम समझाया गया था,, मेरे निप्पल कड़क होने लगे, उसको रीडिंग करने को बोलके मैं अगले कमरे मे गई.
शीशे के आगे आकर मैने अपनी स्वेटशर्ट की ज़िप खोली, अपनी पर्पल स्पोर्ट्स ब्रा निहारी,, और अंदर उंगली डाल के निप्पल सहलाए, इसी पल मैने सोचा आज तो साहिल के छोटे लंड को उत्तेजित करके अपनी भूख मिटानी होगी, और कोई लॅंड वाला नही मिलना था आज मुझे, मैने अपनी स्वेटशर्ट की इतनी ज़िप खोले रखी जिस से मेरे बूब्स की कसी हुई शेप दिखे.
मेरे मोमो की झलक दिखे साहिल को,बाल खोल लिए ताकि ऐसा एहसास हो की ज़िप ग़लती से इतनी नीचे हो गई, मैं साहिल के पास वापिस बैठी,, अब उसकी नज़र किताब से हट के धीरे धीरे मेरी ज़िप,, मेरे मोमो की झलक पाने के लिए मुझपे आने लगी,मैने पेन्सिल नीचे गिराई जान के ताकि वो मेरे मोम और आछे से देखे जब मैं झुककु,और यही हुआ,, अब उसकी नज़र मेरी ज़िप मेरी ब्रा पर ही अटक गई, फिर तो मुझे अपना काम बनता हुआ दिखने लगा,मैने बालो को पीछे झटका,, अब मेरी ब्रा क्लियर दिखने लगी.
More Sexy Stories पहला सेक्स एक्सपीरियंस जिगलो बनने काउसपे मोटे मोमे 36 साइज़ के मुलायम गोरे संतरो जैसे रसीले,मैने कहा,, आह आह लगता है लाल चिंटी घुस गई शर्ट मे,, उहह,, और इस नाटक मे अपनी स्वेटशर्ट उतार फेकि, और नाटक जारी रखा,, ऑश काट गई काट गई.
मेरी गतीली जवानी देख के साहिल का मूह खुल्ला रह गया,, उसकी पैंट पे नज़र गई मेरी,, उसका लॅंड उछला,, उसने लॅंड पे हाथ रख के उसको नीचे दबाया,मैं नाटक जारी रखते हुए कहा,, ज़रा आओ मदत करदो,, ये चिंटी हाए अल्लाह,, काट खा के जान ले गई,, वो घबराते हुए पास आया.
उसने हाथ कंधे पे रखा मेरे और बोला यहा तो चिंटी नही है मिस, मैने बोला शायद अंदर चली गई प्लीज़ हटा दो दर्द हो रहा है,, और उसका हाथ सीधा अपने निप्पल पे रखा,, , उसने ज़रा महसूस किए निप्पल और डरके हाथ ब्रा से बाहर निकाल दिया, मैने मन मे सोचा,, अब तो छू लिया है मुझे आज तो चुदवा के ही मानूँगी मैं.
मैने नाटक नाटक मे ब्रा खोल दी,, अब मेरे उछलते मोमे देख के वो पागल हो गया,, मैने बोला देखो यही कही होगी चिंटी,, उसने मेरे मोमे पे हाथ रख के धीरे से उंगलियाँ फेरी तो उसको मज़ा आने लगा.
फिर उसने अपनी आँखे बंद कर ली मदहोशी मे और ज़ोर ज़ोर से नोचने लगा मेरे मोमे,मेरी सेक्सी आवाज़ मे मैं कहने लगी,, , अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह यॅ बेबी,, , उहज और खेचो निप्पल,, निचोड़ दो निप्पल बेबी, उसने मुझे पीछे धक्का देके सोफे पे लिटा दिया,और पागलों की तरह चूसने लगा मोमे,, , मैं मदहोशी से पागल हुए जा रही थी,, अब मुझे उसको अपनी चूत के दर्शन करवाने थे.
मैने अपने पैजामे का नाडा खोला,, और उसको बोला हम रिप्रोडक्षन पढ़ने वाले थे आज प्रॅक्टिकल करके देखो,, ये जो नीचे चूत है,, इसके छेद मे जब लंड घुसाया जता है,, तो मज़े आते हैं आदमी को,, फिर रिप्रोडक्षन प्रोसेस होता है, उसने कहा,, मिस आपके मोमे मैं रोज़ चूस्ते हुए इमॅजिन करता था,, और आपकी चूत को फूलने के सपने देखता था,, आज मौका मिल ही गया.
ये सुनके मैं हैरान हो गई,, अब मुझे चुदने की चाहत होने लगी, उसने मेरे मोमे नोचते हुए एक उंगली चूत मे घुसा दी, मेरी चूत नरम थी,, पर मेरी तड़प उंगली से ना बुझ पाती,, मैने उसको प्रोवोक किया, अगर लॅंड मे दम है तो घुसाके दिखा,, उसने मेरी टाँगे खीच के लिटाया,, अपनी पैंट खोल के लंड मेरी चुत से रब करने लगा.
उसका सांड जैसा लंड देख के घबरा गई मैं,, मेरी टाँगे उठा के उसने अपनी कमर के साथ लिपटा ली,, मेरे मोमे नोचे और झटके से लॅंड मेरी फुददी के अंदर घुसा डाला,, दर्द से जान निकल गई मेरी 12थ क्लास का लड़का 27 साल की लड़की के चेद पे राज कर रहा था.
मेरे बाल बिखर रहे थे, मोमे लगातार नोच रहा था वो,, और फ्सी फ्सी फ्सी फ्सी आवाज़ से फिसलता उसका लंड मेरी चूत के छेद मे घुसे जा रहा था,, मुझे मज़ा आने लगा मैं भी गॅंड उछालने लगी,उसको और कड़क करने के लिए मैं बोली..
येआः बेबी आअहह ओह्ह्ह आजा साहिल,, अह्ह्ह रंडी को चोद,, , चोद चोद के भोसड़ी फुल्ला दे मेरी,, , जितनी बार तुझे पनिश किया मैने,, , चूत चोद के बदले ले,, , आअहह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह्ह चोद रंडी को चोद,, , ,आअज्जज चोद,,
मेरे ऐसा कहने पे उसकी रफ़्तार और तेज़ होती गई, मैं झड़ने वाली थी,, और कुछ पलो मे ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया,समय कम था,, हलाकी उसकी प्यास नही बुझी,, पर मैं संतुष्ट हो गई.
उसकी मम्मी का फोन आया की मथ्स के टीचर घर पर आ गये हैं,,
बस फिर वो बाथरूम गया और अपने लंड का पानी फ्लश करके अपने घर पढ़ने चला गया.
मेरा अनुभव बोह्त ही मस्त था,, और मुझे अलग अलग उमर के लोगो के साथ सेक्स की बातें काफ़ी पसंद हैं और सेक्स एक्सपीरियेन्स भी.
मैने कई बार कम उमर के नौजवानो के साथ सेक्स चॅट की है और नंगी तस्वीरी भी एक्सचेंज की हैं.
** माय स्टोरीस आर कॉम्प्लेटली इमॅजिनरी थी वे आई फॅंटसाइज़ देम, दे हाव नो लिंक टू रेआलिटी!
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अगली बार से मैं एक एक करके आपको बतावुँगी अपने सभी बाय्फरेंड्स के बारे मे और उनसब से बने मेरे फिज़िकल रिलेशन्स के बारे मे, आजकल कोई बीएफ नही है इसलिए सेक्स मूवीस देख के खुद को शांत रखना पड़ता है मजबूरी मे.
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