पार्क मे गर्लफ्रेंड की हॉट चुदाई की

हाय फ्रेंड्स, आप लोगो का में स्वागत है। मैं रोज ही इसकी सेक्सी स्टोरीज पढ़ता हूँ और आनन्द लेता हूँ। आप लोगो को भी यहाँ की सेक्सी और रसीली स्टोरीज पढने को बोलूंगा। आज फर्स्ट टाइम आप लोगो को अपनी कामुक स्टोरी सुना रहा हूँ। कई दिन से मैं लिखने की सोच रहा था। अगर मेरे से कोई गलती हो तो माफ़ कर देना।
हेलो दोस्तो मेरा नाम निखिल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मैने आज से पहले बहुत सारी कहानिया इंटरनेट पर पढ़ी और फिर पढ़ कर मुठ भी मारी. मैने इन कहानियो से काफ़ी कुछ सीखा है. ये सब पढ़ कर मैने सोचा क्यो ना मैं भी अपनी पहली चुदाई की कहानी आप सब के साथ शेर करूँ.
तो चलिए फिर शुरू करते है.
ये बात आज से 5 साल पहले की है जब मैं 18 साल का था. मैने अपने +2 के एग्ज़ॅम दे दिए थे और उस टाइम मैं फ्री था. क्योकि +2 के एग्ज़ॅम का रिज़ल्ट 2 मंत बाद ही आना था. इसलिए मैने सोचा क्यो ना इस फ्री टाइम का फ्यदा उठाया जाए.
मैने एक कंप्यूटर सेंटर जोइन कर लिया. और वहाँ पर डेली जाने लग गया. वहाँ पर बहुत सारी लड़किया और लड़के थे. सच मे दोस्तो काफ़ी सुंदर लड़किया थी वहाँ पर. उनमे से एक मेरे ही पड़ोस मे रहने वाली नीता नाम की लड़की थी. वो मेरी अच्छी दोस्त थी इसलिए वो मेरे साथ बात भी कर लेती थी.
पर इतनी सारी लड़कियो मे से मुझे सिर्फ़ एक ही लड़की बहुत अच्छी लगी. उसका नाम रुबीना था. उसे जब मैने पहली बार देखा तो उस पर मेरा दिल आ गया था. मैने आज तक ऐसी लड़की नही देखी थी.
सच मे वो काफ़ी ज़्यादा सुंदर थी. उसका रंग गोरा था और उसकी उमर करीब ** साल की होगी. उसका फिगर कुछ ऐसा था 30-28-32 सच मे बहुत ही कमाल का फिगर था उसका. और उपर से जब वो पतली सी चलती थी तो उसके छोटे छोटे चूतड़ बहुत ही मस्त तरीके से हिलाते थे. जिसे देख कर हम लड़को के लंड पॅंट मे ही उसे सलामी देने लग जाते थे.
मैने उसे देखते ही सोच लिया था की अब इसे मैं केसे भी करके चोद डालूं. पर पहले मुझे उसको चोदने केलिए पटाना पड़ता. इस लिए मैने उसके पीछे हाथ धो कर पड़ गया. धीरे धीरे उससे बोलना शुरू कर दिया. अब मैं उसके छोटे मोटे काम भी करने लग गया था. और एक दिन मैने मौका देख कर उससे साइड मे बुला कर आइ लव यू कह दिया. वो कुछ देर कुछ न्ही बोली और फिर उसने मुझे ना कहा और वहाँ से चली गयी.
मुझे ये बहुत बुरा लगा मानो मेरा दिल टूट सा गया था. उसके चक्कर मे अब मैने सेंटर जाना बंद कर दिया था. पर तीसरे दिन ही मेरी पड़ोसन मेरे घर आई और मैने उसे सारी बात बता दी. क्योकि वो मेरी एक अच्छी फ्रेंड थी वो मेरा दर्द झट से समझ गयी. उसने कहा की मैं ज़रा भी टेन्षन ना लून वो उसकी एक बहुत अच्छी दोस्त है. इसलिए वो उसे मना लेगी और मेरी सेट्टिंग उसके साथ करवा देगी.
उसकी बात सुनते ही मैं एक दम खुश हो गया. अगले दिन मैं जब सेंटर गया तो मेरी पड़ोसन नीता ने मुझे आँख मार दी. और अकेले मे जब मैं रुबीना और नीता से मिला तो रुबीना ने कहा मैं भी तुम्हे पसंद करती हूँ. ये सुनते ही दोस्तो मैं खुशी से पागल सा हो गया. मैं बहुत खुश था फिर मैं और रुबीना बाहर गये और एक रेस्टोरेंट मे हम दोनो ने डिन्नर किया और फिर अपने अपने घर चले गये.
उस दिन के बाद हम दोनो फोन पर रात रात भर बातें करने लग गये थे. अब हम दोनो काफ़ी खुल गये थे एक दूसरे से सब तरह की बातें करने लग गये थे. एक दिन हम दोनो एक साथ सेंटर आ रहे थे. उसका मन सेंटर जाने का न्ही था तो हम दोनो पार्क मे चले गये. उस पार्क मे सिर्फ़ कपल्स ही आते थे. मैं और रुबीना एक झाड़ी के पीछे चुप कर बैठ गये. वहाँ से हम दोनो को कोई न्ही देख सकता था.
पर हम दोनो किसी को भी आते देख सकते थे. मैं उसकी गोद मे अपना सिर रख कर लेट गया. और नीचे से उसकी आँखो और उसके चेहरे को गौर से देखने लग गया. मैं अपने दिल मे सोच रा था की मेरी तो साली लॉटेरी लग गयी है. क्या खूबसूरत बम मेरे हाथ लग गया है. वो मेरे सिर पर अपना हाथ रख कर मेरे बलों से खेल रही थी. हम दोनो एक दूसरे की आँखो मे डूबे हुए थे.
फिर अचानक मैने अपने हाथ उसके सिर पर रखा और उसके सिर अपने पास ले आया. हम दोनो के होंठ एक दूसरे के होंठो को छूने लग गये थे. फिर क्या था हम दोनो एक दूसरे को किस करने लग गये. हम दोनो एक दूसरे को किस करने मे लगे हुए थे. तभी मेरा हाथ उसके बूब्स पर चला गया और मैने धीरे धीरे उसके बूब्स को प्रेस करने लग गया. उसने मुझे कुछ न्ही कहा. फिर हम दोनो ने किस करना बंद कर दिया.
और देखा की कोई आ तो न्ही रा. पर सब कुछ सॉफ था मैने फिर से उसके बूब्स को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया. उसके मूह से आहह आहह की मस्त आवाज़ आने लग गयी. फिर मैने उससे पूछा की मैं तुम्हारे टॉप मे हाथ डाल कर तुम्हारे बूब्स दबा दूं. उसने हन कह दिया और मैने झट से उसके टॉप मे हाथ डाला और उसके बूब्स प्रेस करने लग गया. जीतने सॉफ्ट बूब्स बाहर थे उससे काफ़ी ज़्यादा सॉफ्ट बूब्स अंदर से थे.
अब मैने उसकी चूत को जीन्स के उपर रगड़ना शुरू कर दिया. और वो बहुत गरम होने लग गयी थी. मैने उसकी जीन्स की ज़िप खोल दी और उसकी जीन्स मे हाथ डाल कर अंदर से चूत को रगड़ने लग गया. पूरी चूत पानी पानी हो चुकी थी. मैने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया. हम दोनो सेक्स के नशे मे खो चुके थे. हम दोनो पागलो की तरह एक दूसरे को चूस रहे थे.
कुछ ही देर बाद वो एक दम अकड़ गयी और उसकी चूत ने बहुत सारा पानी निकाल दिया. जिससे उसकी जीन्स तक गीली हो गयी. फिर हम दोनो एक दम शांत हो गये थे. मैं अपने घर आ गया और वो अपने घर. पर अब मैने उसकी चूत को अपना दीवाना बना दिया था. कुछ ही दिन बाद हम एक होटेल मे गये और मैने वहाँ पर जा कर उसे जम कर चोदा.



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