हेलो दोस्तो में आपका दोस्त रॉबिन फिर से हाज़िर हू एक नयी और तर्रोताज़ा करने वाली कहानी लेकर, आपने हर बार मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरीस को बहुत सराहा है, इसके लिए मैं आपका सदा अभारी रहूँगा.
मेरी आज की सेक्स कहानी मेरी आंटी रेणु के साथ एक जबरदस्त्त मीटिंग की है, उन्होने ही मुझे सेक्स की बेसिक नालेज दी थी, मुझे सेक्स की दुनिया में लाने वाली वही थी, तो आइए और मज़े लीजिए मेरे साथ मेरी इस चुदाई की कहानी का.
थर्ड ईयर की छुट्टियों के बाद मैं घर गया हुआ था, घर पे मैं सारा दिन बोर हो जाता था, एक दिन घर पर रेणु आंटी आई, उन्हे देख के मैं काफ़ी एग्ज़ाइटेड ओर शॉक्ड हो गया, क्यू की जब मैं 12थ मे था तो वो कॅनडा शिफ्ट हो गये थे.
तभी मैं 19 साल का था और रेणु आंटी अबौट 29-30 साल की थी, 11थ क्लास से ही मुझे सेक्स की बहुत चाहत होने लगी थी और इस चाहत को उस वक़्त मेरी इसी रेणु आंटी ने मुकम्मल किया था, हम चोरी चोरी उनके घर पे ओरल सेक्स का मज़ा लेते थे.
आंटी मुझसे जी भर के अपने बूब्स और चूत चुस्वाति थी और अपना बदन मालिश करवाती थी, बदले में वो भी मुझे ब्लोवजोब और हॅंडजॉब देती थी, उस वक़्त वो कभी मुझे छोडने नही देती थी क्यू की वो समझती थी की मैं अभी काफ़ी छोटा हू और अभी और ग्रो करने की ज़रूरत है.
खैर वो घर पर काफ़ी देर, मम्मी के साथ वो सारा दिन बातें करती रही, फिर जाते वक़्त मुझे बोली की मुझे घर ड्रॉप कर दो, मैं भी तुरंत्त मान गया क्यू की मेरे अंदर तो उनको देख के पुराने अधूरे अरमान पूरे करने का जोश जाग गया था, कहीं ना कहीं मैने उनकी आँखों में एक कशिश सी देखी थी पुराने दीनो को दोहराने की, हम उनके घर पहुचे.
आंटी अब काफ़ी मियचर्ड लग रही थी पर फिगर उन्होने अभी भी काफ़ी मेनटेन करके रखा था, डार्क ब्लू लोंग स्कर्ट और रेडिश टॉप में ब्लॉंड हेर्स के साथ वो अभी भी बहुत खूबसूरत लग रही थी, मैं उनको निहार रहा था तभी आंटी बोली स्मार्ट हो गये हो पहले से ज़्यादा, मैने कहा अब आप भी पहले से खूबसूरत हो गये हो, फिर आंटी बोली की तुम्हारी कोई जीएफ़ बनी या नही.
मैने जवाब दिया “ नही आंटी इतना वक्त ही नही मिलता, बॅस यू ही कट्ट रही है जिंदगी”, आंटी बोली इसका मतलब अभी तक वही हो जहाँ मैं छोड़ के गई थी, फिर वो किचन मे चली गई मैं भी पीछे पीछे चला गया, वो किचन में कॉफी बनाने लगी थी तो मैने उन्हे पीछे हग कर लिया.
आंटी बोली क्या हुआ तुम्हे ? मैने कहा आंटी वही पुराना अधूरा काम पूरा करना है.
आंटी बोली बेबी थोड़ी देर रूको ना कुछ खा पी लेते हैं, कुछ बातें करते है, पुरानी यादें ताज़ा करते हैं, मुझसे सबर नही हो रहा था.
मैने पीछे से ही उनकी ब्रा में हाथ डाल दिया और उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिए और पीछे से उनकी गाल और गर्दन चूमने लगा, आंटी आहें भरने लग गई और बोली रॉबिन ये सब छोड़ो और सब से पहले मेरी चूत चाटो जो तरस रही है तुम्हारे होंठो के लिए, फिर मैने उनको किचन स्लॅब पर बैठाया और उनकी पैंटी और स्कर्ट उतार दी.
आंटी ने अपनी चूत के बाल भी ब्लॉंड कलर्ड किए थे जिन्हे देख कर मैं हैरान सा हो गया तो आंटी ने बताया की वो फॉरिन में लेज़्बीयन सेक्स करती थी इसलिए वो पार्ट्नर के साथ डिफरेंट डिफरेंट हेर डाइज़ ट्राइ करती थी चूत पर, उनकी चूत पर बाल छोटे छोटे थे जिनके बीच अंदर की लाल चूत सॉफ नज़र आ रही थी, मैने पहले 2 उंगलियाँ अंदर डाली जिससे वो तड़प उठी, उनकी चूत ने थोड़ा थोड़ा पानी छोड़ दिया.
अब मैं नीचे झुका और उनकी चूत चाटने लगा, रेणु आंटी अब मचलने लगी उूुउऊहह !!! ऊऊऊऊऊ !!! एेआअहह होनेययययी !!! की सिसकियाँ भरने लगी, मैने पास में पड़ी एक चेर ली और उसके उपर बैठके आराम से आंटी की चूत चूसने लगा
आंटी मेरा सिर हाथों में ले ऊहह ईआहह बेबी !!! आअहह योउ अरे ससूऊऊओ आवेसोमीई !! करके मुझे जोश दिला रही थी, मैं काफ़ी देर से आंटी की चूत चूस रहा था पर आंटी का मन भर नही रहा था.
फिर मैने थोड़ा सा हनी उनकी चूत पर डाला और फिर से उनकी चूत चाटने लगा साथ ही साथ चूत को अपने टीत में मसलने लगा जिस से वो बहुत ज़्यादा एक्षसिटेड हो गई और बेहद सेन्सेशन फील करने लगी.
उनकी एग्ज़ाइट्मेंट उनकी रेस्पॉन्सस के साथ ही ज़ाहिर हो रही थी जब वो मेरा सिर अपनी चुत में दबा रही थी, तभी आंटी झड़ गई आई उनका पानी उनकी चूत पर हनी के साथ मिक्स हो गया जिस से और भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था.
अब आंटी ने मेरी जगह ले ली, मैं स्लॅब पर बैठ गया और आंटी चेर के उपर बैठ के मेरा लंड चुस्सने लगी, मेरा लंड तो पहले से तना हुआ था, आंटी के मूह के स्पर्श से वो और भी लोहा बन गया, आंटी पोर्न्स्टार की तरहा मेरा लंड उपर से नीचे तक चुस्स रही थी आअहह अम्म्म्ममम !!! उम्म्म्मममम !! करके लंड के मज़े ले रही थी, उन्होने भी मेरे लंड पर थोड़ा सा हनी डाला और लोलीपोप बना के चुस्सने लगी.
2 मिनिट में आंटी ने सारा हनी चूस लिया, 7.5 इंच का लंड देख के आंटी बोली रॉबिन बेबी यू हॅव रियली ग्रोन अप युवर कॉक ईज़ रोक हार्ड जान फक युवर आंट नाउ चोदो मुझे जी भर के मैने आंटी के हाथ स्लॅब पर रखे और डॉगी बना दिया.
मैने लंड को आंटी की चूत पर टीकाया तो आंटी बोली “ बेबी चूत की सॅटिस्फॅक्षन मिल चुकी है, फक मी इन माय आस, गॅंड मरवाने का मन कर रहा है बहुत जान, गॅंड मारो मेरी.”
मैने पास पड़ा सरसो का ओइल लिया और उनकी गॅंड पर आछे से लगा दिया, आंटी ने अपनी लेग्स जोइन करके गॅंड थोड़ी और पीछे कर ली जिस से गॅंड स्ट्रेच हो गई और उनका होल सॉफ नज़र आने लगा.
मैने लंड उनकी गॅंड पे लगाया और धीरे से उनकी गॅंड में डाल दिया, लंड अभी आधा ही अंदर गया था , मैं ज़ोरर लगाया और झटका मार के लंड पूरा डाल दिया.
आंटी के मूह से आआआहह !! निकली और कहने लगी, ” स्लोली जान, इट्स थिक, मोटे लंड की अब आदत नही है, तुम्हारे अंकल का बहुत सॉफ्ट है और इतना मॉटा भी नही है.” मैं स्लोली स्लोली झटके मारने लगा जिस से आंटी की गॅंड में लंड आराम से पूरा का पूरा अंदर तक जा रहा था, वो चुदते चुदते पीछे मूड मूड के देख रही थी और स्माइल कर रही थी, रेणु आंटी ऊऊओह !! ऊऊओह बाबयययययी !!! दट ईज़ ससूऊओ डॅम हार्ड बेबी !! बोल रही थी.
काफ़ी देर तक मैने आंटी की गॅंड चोदता रहा आंटी भी आअहह ! आहह !!! ओह माय बेबी माय जान!! माय स्वीटहार्ट !! बहुत मिस किया मैने तूमे !!! करके गॅंड आगे पीछे करती रही और चुदवाने का मज़ा लेती रही.
आंटी पीछे मूडी और लंड मूह मे डाल के चूसने लगी, फिर मैने उनको बेड पर ले गया और उन्हे बेड पर लेटा के उनके उपर आ गया, मैं और आंटी इतने एग्ज़ाइटेड थे की हमने फिर से एक दूसरे को किस करना शुरू कर दिया.
आंटी ने एक हाथ नीचे करके लंड पकड़ा और अपने चूत में डलवा लिया, मैने उनको स्ट्रोक्स लगाने शुरू कर दिए और उनको स्मूच करना भी जारी रखा.
आंटी की चूत बहुत गरम हो रखी थी, मेरे लंड को शायद इतनी गर्माहट कभी नही मिली थी, आंटी स्मूच करते करते आअम्म्म्मम !! उम्म्म्मम !!! की आहें भर रही थी और इधर मेरा लंड उनकी चूत में फटने को तैइय्यार था.
मैने 1-2 मिनिट के लिए झटके मरने बंद कर दिए और उनके बूब्स चूसने लगा, उनके गोरे गोरे बूब्स तो खा जाने का मन कर रहा था, फिर आंटी उठी और मेरे उपर आ गई, लंड चूत में डालके वो गॅंड कभी उपर नीचे कभी आगे पीछे करने लगी.
उनके बूब्स उनकी छाती पर पपीता (पपाइया ) की तरहा लटक रहे थे, मैने दोनो बूब्स हाथो में ले के दबाने लगा, इधर आंटी की आआहएं और स्पीड दोनो तेज़्ज़ हो गये और देखते ही देखते वो झड़ गई, मैने फिर से उनको बेड पे लेटाया और लंड उनकी चूत में डाल के उनकी एक टाँग अपने कंधे पर रख ली, मैं ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगा.
आंटी की हालत खराब हो रही थी, कम ऑन !! माय बेबी फक इट हार्ड, हार्डर !! मेक इट फास्ट जाना !! ऊहह बेबी मैने सोचा भी नही था तुम इतना अछा चोदोन्गे मुझे, !! मैने स्पीड स्लो की और लंड पूरा अंदर तक डालने लगा, आंटी दातों में अपने होंठ दबा रही थी, और एक बार फिर से झड़ गई.!
मैं भी झड़ने वाला था, इस बार मुझसे रुका नही गया, मैने आंटी को बताया की झड़ने वाला हू, उन्होने उठ के लंड मूह में डाल लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.
1-2 मिनट में मैं भी झड़ गया, इसके बाद हम यू ही एक दूसरे की बॉडी को सहलाते रहे, उसके बाद मैने आंटी को अछी सी बॉडी मसाज दी.