हैलो, मेरा नाम श्रेया है। मेरी चुदाई की यह सेक्सी स्टोरी बिल्कुल सच्ची है। मैं अपने मॉम-डैड और भाई के साथ रहती हूँ। मेरी एक सहेली है, जिसका नाम नेहा है। वो और मैं दोनों साथ में पढ़ती हैं। मेरा फिगर 34-32-34 है और मेरी फ्रेंड का 36-34-36 का है। नेहा बहुत ही सेक्सी दिखती है.. सारे लड़के उस पर लाइन मारते हैं। उसे सेक्स के बारे में बहुत कुछ पता है और वो इस बारे में मुझे भी बताती है। कभी-कभी तो वो मुझे नंगी भी कर देती है और मेरे चूचे दबाने लगती है, तो कभी मेरी चूत में उंगली करने लगती है। इस सब में मुझे भी बड़ा अच्छा लगता है। मेरे भाई का एक दोस्त था राहुल..
वो जब भी घर आता था, मुझे घूर कर देखता था। मैं इस बारे में अपनी सहेली को बोला, तो वो कहने लगी कि वो तुझे लाइन मारता है और तुझे चोदना भी चाहता है। मैंने कुछ नहीं कहा। तो नेहा ने कहा- अगर वो तुझे कुछ करे, तो मुझे बताना। एक रात की बात है, मुझे बहुत ज़ोर से पेशाब लगी, तो मैं जल्दीबाजी में बाथरूम में जाकर बैठ गई और मैंने इधर-उधर भी नहीं देखा, जबकि मेरा भाई भी बाथरूम में बैठा था। दरअसल बीच में दीवार थी, तो मैं पेशाब करने बैठ गई। मेरे भाई को पता चल गया कि कोई अन्दर है, मगर उसने कोई आवाज नहीं की और वो मुझे छुप कर देखता रहा.. मगर मैं उसे नहीं देख पाई। उधर भाई का दोस्त मुझे हर रोज लाइन मार रहा था, तो एक दिन मैंने पूछ ही लिया- आख़िर तुम चाहते क्या हो?
तो उसने कहा- मैं तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ। मैंने पूछा- वो कैसे? तो उसने कहा- कभी अकेले में मिलना तो बताऊँगा। मैंने कहा- ठीक है। यह बात मैंने अपनी सहेली को बताई तो वो बोली- वो पक्के में तुझे चोदना चाहता है। मैंने पूछा- अगर वो मुझे चोदेगा, तो कोई दिक्कत तो नहीं होगी? उसने कहा- नहीं.. कोई दिक्कत नहीं होगी, बल्कि तुझे मजा आएगा। मैंने कहा- ठीक है। नेहा ने जाते-जाते कहा- अगर ऐसा कुछ हो, तो मुझे भी फोन कर देना, मैं भी आ जाऊँगी। खैर.. बात उन दिनों की है.. जब मैं और मेरा भाई घर पर तीन दिनों के लिए अकेले थे.. क्योंकि मॉम और डैड शादी में बाहर चले गए थे।
भाई पढ़ने के लिए चला गया और मैं घर पर अकेली थी। मैंने सोचा कि क्यों ना नेहा को बुला लूँ, टाइम पास हो जाएगा। फोन किया तो वो आ गई और उसने फिर वही मजाक करना चालू कर दिया। अचानक वो बोली- मैं अभी घर से आती हूँ। इतना कह कर वो चली गई। उसके जाते ही भाई का दोस्त राहुल मेरे भाई को खोजने आ गया। मैंने कहा- घर पर कोई नहीं है.. भाई पढ़ने गया है। तो उसने कहा- मैं जानता हूँ.. इसलिए तो आया हूँ। मैंने पूछा- क्यों? तो उसने कहा- मैं तुम्हें प्यार करने आया हूँ। शुरू में तो मैं डर गई.. फिर थोड़ा हिम्मत जुटा कर बोली- नहीं.. आज नहीं कल आना। लेकिन वो बोला- नहीं आज ही.. क्योंकि आज तुम अकेली हो। मैं कुछ नहीं बोली तो वो मुझे अन्दर कमरे में ले गया और प्यारी-प्यारी बातें करने लगा..
और पता नहीं कब वो सेक्सी बातें करने लगा। मुझे पता भी नहीं चला, लेकिन मुझे मजा आ रहा था। मेरे पूरे शरीर में एक अजब सी लहर दौड़ गई। उसने मोबाइल से मेरा पिक भी लिया और वो मुझे पिक दिखाने लगा। फिर वो मुझे मोबाइल देकर बाथरूम में चला गया। मैं उसके मोबाइल की गैलरी में पिक देख रही थी कि अचानक एक ब्लू-फिल्म चालू हो गई, मुझे ब्लू-फिल्म देख कर और भी जोश आ गया। मैं चुदाई देख रही थी कि राहुल आ गया, मैंने उसे मोबाइल दे दिया.. उस वक्त उसमें ब्लू-फिल्म चालू थी। उसने मुझे देख कर कहा- तुम्हें ब्लू-फिल्म देखना पसंद है?
मैंने ‘हाँ’ कर दी तो फिर उसने वो ब्लू-फिल्म मेरे मोबाइल में भेज दी और कहा- चलो प्यार करते हैं। मैंने कहा- वो कैसे? उसने कहा- जैसे वीडियो में कर रहे थे। मैंने मना कर दिया। फिर उसने कहा- अगर तुम्हें देखने में इतना मजा आया तो करने में कितना मजा आएगा ये तो सोचो। फिर मैं कुछ नहीं बोली और वो मुझे प्यार करने लगा। सबसे पहले तो उसने मेरे होंठों पर किस किया, मुझे अच्छा लगा। फिर वो मेरे चुचि को दबाने लगा.. मुझे पहले तो थोड़ा अजीब लगा.. फिर अच्छा लगने लगा। बस फिर क्या था, उसने मेरी जीन्स और टी-शर्ट उतार दी। अब मैं सिर्फ़ चड्डी और ब्रा में थी।
उसने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए, वो भी सिर्फ़ चड्डी में आ गया। उसका लंड खड़ा हो चुका था, फिर वो ब्रा के ऊपर से ही मेरी चुची चूसने लगा। अचानक उसने मेरी ब्रा को भी खोल दिया। मैं बिस्तर पर लेट गई क्योंकि मुझे बहुत मजा आ रहा था। धीरे-धीरे वो मुझे चूमते हुए नीचे पहुँच गया और कब उसने मेरी चड्डी खोल दी, मुझे पता भी नहीं चला। अब मैं उसके सामने बिल्कुल नंगी पड़ी थी और मेरी चूत गीली हो चुकी थी। उसने मुझसे कहा- नारियल का तेल लाओ।
मैं उठी और तेल लेकर आ गई। उसने मुझे चित लिटा कर मेरी चूत पर खूब तेल लगाया औहैलो, मेरा नाम पिंकी है। मेरी चुदाई की यह सेक्सी स्टोरी बिल्कुल सच्ची है। मैं अपने मॉम-डैड और भाई के साथ रहती हूँ। मेरी एक सहेली है, जिसका नाम नेहा है। वो और मैं दोनों साथ में पढ़ती हैं। मेरा फिगर 34-32-34 है और मेरी फ्रेंड का 36-34-36 का है। नेहा बहुत ही सेक्सी दिखती है.. सारे लड़के उस पर लाइन मारते हैं। उसे सेक्स के बारे में बहुत कुछ पता है और वो इस बारे में मुझे भी बताती है। कभी-कभी तो वो मुझे नंगी भी कर देती है और मेरे चूचे दबाने लगती है, तो कभी मेरी चूत में उंगली करने लगती है।
इस सब में मुझे भी बड़ा अच्छा लगता है। मेरे भाई का एक दोस्त था राहुल.. वो जब भी घर आता था, मुझे घूर कर देखता था। मैं इस बारे में अपनी सहेली को बोला, तो वो कहने लगी कि वो तुझे लाइन मारता है और तुझे चोदना भी चाहता है। मैंने कुछ नहीं कहा। तो नेहा ने कहा- अगर वो तुझे कुछ करे, तो मुझे बताना। एक रात की बात है, मुझे बहुत ज़ोर से पेशाब लगी, तो मैं जल्दीबाजी में बाथरूम में जाकर बैठ गई और मैंने इधर-उधर भी नहीं देखा, जबकि मेरा भाई भी बाथरूम में बैठा था। दरअसल बीच में दीवार थी, तो मैं पेशाब करने बैठ गई। मेरे भाई को पता चल गया कि कोई अन्दर है, मगर उसने कोई आवाज नहीं की और वो मुझे छुप कर देखता रहा.. मगर मैं उसे नहीं देख पाई। उधर भाई का दोस्त मुझे हर रोज लाइन मार रहा था,
तो एक दिन मैंने पूछ ही लिया- आख़िर तुम चाहते क्या हो? तो उसने कहा- मैं तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ। मैंने पूछा- वो कैसे? तो उसने कहा- कभी अकेले में मिलना तो बताऊँगा। मैंने कहा- ठीक है। यह बात मैंने अपनी सहेली को बताई तो वो बोली- वो पक्के में तुझे चोदना चाहता है। मैंने पूछा- अगर वो मुझे चोदेगा, तो कोई दिक्कत तो नहीं होगी? उसने कहा- नहीं.. कोई दिक्कत नहीं होगी, बल्कि तुझे मजा आएगा। मैंने कहा- ठीक है। नेहा ने जाते-जाते कहा- अगर ऐसा कुछ हो, तो मुझे भी फोन कर देना, मैं भी आ जाऊँगी। खैर.. बात उन दिनों की है.. जब मैं और मेरा भाई घर पर तीन दिनों के लिए अकेले थे.. क्योंकि मॉम और डैड शादी में बाहर चले गए थे। भाई पढ़ने के लिए चला गया और मैं घर पर अकेली थी। मैंने सोचा कि क्यों ना नेहा को बुला लूँ, टाइम पास हो जाएगा। फोन किया तो वो आ गई और उसने फिर वही मजाक करना चालू कर दिया। अचानक वो बोली- मैं अभी घर से आती हूँ।
इतना कह कर वो चली गई। उसके जाते ही भाई का दोस्त राहुल मेरे भाई को खोजने आ गया। मैंने कहा- घर पर कोई नहीं है.. भाई पढ़ने गया है। तो उसने कहा- मैं जानता हूँ.. इसलिए तो आया हूँ। मैंने पूछा- क्यों? तो उसने कहा- मैं तुम्हें प्यार करने आया हूँ। शुरू में तो मैं डर गई.. फिर थोड़ा हिम्मत जुटा कर बोली- नहीं.. आज नहीं कल आना। लेकिन वो बोला- नहीं आज ही.. क्योंकि आज तुम अकेली हो। मैं कुछ नहीं बोली तो वो मुझे अन्दर कमरे में ले गया और प्यारी-प्यारी बातें करने लगा.. और पता नहीं कब वो सेक्सी बातें करने लगा। मुझे पता भी नहीं चला, लेकिन मुझे मजा आ रहा था। मेरे पूरे शरीर में एक अजब सी लहर दौड़ गई। उसने मोबाइल से मेरा पिक भी लिया और वो मुझे पिक दिखाने लगा। फिर वो मुझे मोबाइल देकर बाथरूम में चला गया।
मैं उसके मोबाइल की गैलरी में पिक देख रही थी कि अचानक एक ब्लू-फिल्म चालू हो गई, मुझे ब्लू-फिल्म देख कर और भी जोश आ गया। मैं चुदाई देख रही थी कि राहुल आ गया, मैंने उसे मोबाइल दे दिया.. उस वक्त उसमें ब्लू-फिल्म चालू थी। उसने मुझे देख कर कहा- तुम्हें ब्लू-फिल्म देखना पसंद है? मैंने ‘हाँ’ कर दी तो फिर उसने वो ब्लू-फिल्म मेरे मोबाइल में भेज दी और कहा- चलो प्यार करते हैं। मैंने कहा- वो कैसे? उसने कहा- जैसे वीडियो में कर रहे थे। मैंने मना कर दिया। फिर उसने कहा- अगर तुम्हें देखने में इतना मजा आया तो करने में कितना मजा आएगा ये तो सोचो। फिर मैं कुछ नहीं बोली और वो मुझे प्यार करने लगा।
सबसे पहले तो उसने मेरे होंठों पर किस किया, मुझे अच्छा लगा। फिर वो मेरे चुचि को दबाने लगा.. मुझे पहले तो थोड़ा अजीब लगा.. फिर अच्छा लगने लगा। बस फिर क्या था, उसने मेरी जीन्स और टी-शर्ट उतार दी। अब मैं सिर्फ़ चड्डी और ब्रा में थी। उसने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए, वो भी सिर्फ़ चड्डी में आ गया। उसका लंड खड़ा हो चुका था, फिर वो ब्रा के ऊपर से ही मेरी चुची चूसने लगा। अचानक उसने मेरी ब्रा को भी खोल दिया। मैं बिस्तर पर लेट गई क्योंकि मुझे बहुत मजा आ रहा था। धीरे-धीरे वो मुझे चूमते हुए नीचे पहुँच गया और कब उसने मेरी चड्डी खोल दी, मुझे पता भी नहीं चला। अब मैं उसके सामने बिल्कुल नंगी पड़ी थी
और मेरी चूत गीली हो चुकी थाउसने मुझसे कहा- नारियल का तेल लाओ। मैं उठी और तेल लेकर आ गई। उसने मुझे चित लिटा कर मेरी चूत पर खूब तेल लगाया और अपना लंड मेरे मुँह में डालने लगा। पहले मैंने मना किया.. लेकिन वो नहीं माना और उसने जबदस्ती लंड मेरे मुँह में डाल दिया। मैं उसके लंड को चूसने लगी। हम दोनों कमरे में बिल्कुल नंगे थे.. इतने में मेरी फ्रेंड नेहा आ गई और वो हम दोनों को नंगा देख कर चौंक गई। उसने कहा- ये सब क्या कर रहे हो तुम दोनों? पहले तो राहुल डर गया और हम दोनों ही नेहा को मनाने लगे कि ये सब किसी से मत कहना। बहुत मनाने पर वो मान गई। फिर मैंने पूछा- तुम अन्दर कैसे आई?
उसने कहा- गेट खुला था। मैंने तुरंत उसे गेट बंद करने के लिए कहा। नेहा ने कहा- ठीक है जाती हूँ, पर मुझे भी देखनी है कि चुदाई कैसे होती है। ‘ठीक है पहले गेट लगा कर आओ।’ नेहा जैसे ही कमरे में वापस आई.. मैंने उसको पकड़ कर उसे नंगी कर दिया। फिर क्या था, राहुल तो जैसे पागल हो गया, उसके सामने दो कुँवारी चूतें खुली पड़ी थीं। सबसे पहले राहुल ने मुझे चोदना चालू किया, उसका लंड काफ़ी बड़ा और मोटा था। उसने तो पहले से ही मेरी चूत पर तेल लगा रखा था। जैसे ही उसने अपने लंड को मेरी चूत के मुँह पर लगाया और धक्का दिया, तो मैं जरा पीछे हो गई। लेकिन नेहा ने मुझे कस कर पकड़ा और तभी राहुल ने ज़ोर से धक्का दे मारा…
उसका आधा लंड मेरी चूत के अन्दर घुस गया था, जिससे मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने अभी कुछ कहती कि राहुल ने तुरंत दूसरा शॉट दे मारा और अपना पूरा लंड मेरी चूत के अन्दर पेल दिया। मैं दर्द से चीखी उम्म्ह… अहह… हय… याह… मगर नेहा ने मेरे मुँह पर अपना मुँह रख दिया। फिर क्या.. मैं तड़फती रही और राहुल चुदाई करता रहा। कुछ देर बाद मुझे भी मजा आने लगा। उसी बीच नेहा ने अपनी चूत राहुल के आगे कर दी। वो साला मेरी चूत को लंड से चोदते हुए नेहा की चूत को चाटने लगा। कुछ ही देर में उसने सारा माल मेरे दूध के ऊपर गिरा दिया। कुछ पलों के बाद मैंने राहुल के लंड को चूस कर फिर से खड़ा कर दिया।
अब उसने नेहा की चूत में लंड लगा दिया। नेहा भी सील पैक माल थी, सो उसे भी राहुल के मोटे लंड से दर्द हुआ। कुछ देर बाद जब नेहा की चूत का दर्द कम हुआ, तब राहुल मस्ती से अपने लंड को नेहा की चूत में अन्दर-बाहर करने लगा। मुझे भी मजा आने लगा। करीब 15 मिनट बाद उसने कहा- मैं झड़ने वाला हूँ। मैंने कहा- अपना माल मेरे ऊपर गिरा दो। राहुल ने अपने लंड का माल मेरे मुँह में डाल दिया और मैं मजे से उसका वीर्य पी गई। इस तरह राहुल ने एक साथ दो चूत फोड़ दीं, अब तो गाहे बगाहे हम तीनों चुदाई का मजा लेने लगे।